गुरुवार, 8 जुलाई 2010

नेट पर वापसी-प्रकाश पाखी


काफी दिनों से नेट से दूर रहा.वर्ष के लक्ष्यों को भली भाँती प्राप्त कर लिया तो पुरस्कार स्वरूप स्थानान्तरण हरे भरे पहाड़ों में होगया.बहुत भागम भाग के बाद कुछ सुकून मिला.काम थोडा कम है और दुनिया से दूरी है.प्रदेश की अधिक वर्षा का इलाकाहै.बस एक कमी है...यहाँ पर नेट नहीं है.यही तो काम मुझे सौंपा गया है.इस इलाके के कार्यालय और प्रक्रिया को पूरे राज्य और देश से कंप्यूटर से जोड़ना.स्थानान्तरण का सबसे बुरा असर बच्चों पर पड़ता है.नयी स्कूल नयी किताबें और नए एडमिशन.पर अपनी तो अब आदत पड़ चुकी है.उम्मीद करता हूँ अब कुछ समय बरसों से छूटे काम पूरे करने के लिए मिलेगा.दोस्तों दूरी और देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ...मेरी पोस्ट अब भी आपके ब्लॉग पर अप डेट नहीं हो रही है.कोई मदद कर ले तो अच्छा लगेगा.चालीस किलोमीटर दूर आकर ब्लॉग पर पोस्ट ठेल रहा हूँ.क्योंकि इंटर नेट यही उपलब्ध है.फिलहाल बरसात का आनंद  ले रहा हूँ.
पिछली बार गाँव गया तो गाय- बछड़े की एक तस्वीर केमरे में कैद कर ली थी.तो वही आपको भी दिखा रहा हूँ.
प्रकाश पाखी .

2 टिप्‍पणियां:

निर्मला कपिला ने कहा…

बहुत बहुत स्वागत है ब्लाग पर वापिस आने पर्। शुभकामनायें।

निर्मला कपिला ने कहा…

हाँ मेरे ब्लाग पर अपडेट हुयी है आपकी पोस्ट।