प्रकाश पाखी
पंछी के जीने की भाषा अम्बर में उड़ने की अभिलाषा
शुक्रवार, 24 दिसंबर 2010
आएगी कोई बात बातों से निकल,तू बात कर
मेरी ग़जल ''
आएगी कोई बात बातों से निकल ...
''के लिए
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